
ब्यूरो
(शिमला) हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शिमला डीसी कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। करुणामूलक संघ ने आरोप लगाया कि पिछले कई वर्षों से संघ अनुकंपा के आधार पर दी जाने वाली नौकरियों को भरने की मांग कर रहा है लेकिन सरकार सुनने को राजी नहीं है। संघ सरकार से विभिन्न विभागों में लंबित मामलों का एकमुश्त निपटारा करने की मांग कर रहा है।
करुणामूलक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पमिल कुमार ने बताया कि वर्ष 2014 से लेकर 2019 तक करुणामूलक आश्रितों को सरकार केवल कागजों में उलझाने का काम कर रही है। कई विधायकों और मंत्रियों से मिलने के बावजूद भी अभी तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है, जिसके चलते संघ को मजबूरन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि संघ करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नौकरी में आय की शर्त को हटाने, 5 प्रतिशत की शर्त हटाने और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर नौकरी देने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि करुणामूलक संघ 8 अक्तूबर से मांगों को लेकर भूख हड़ताल करने जा रहा है।